
🏠 रामनगर में प्रधानमंत्री आवास योजना की जांच शुरू, कई संदिग्ध लाभार्थी सामने आए
📌 जांच शुरू
रामनगर नगर परिषद क्षेत्र में प्रधानमंत्री आवास योजना शहरी (PMAY-U) की जांच शुरू हो गई है।
👉 जांच अधिकारी लाभार्थियों से पूछताछ कर रहे हैं और कई संदिग्ध मामले भी सामने आ रहे हैं।
🏘️ वार्डों में भौतिक सत्यापन
- अधिकारियों की टीम सभी वार्डों में भ्रमण कर रही है।
- लाभुकों के घरों और निर्माणाधीन आवासों का भौतिक सत्यापन किया जा रहा है।
- हाल ही में वार्ड संख्या 5 और 6 में जांच हुई।
- करीब 40 आवासों की जांच के दौरान 3 संदिग्ध लाभार्थी पाए गए।
👥 निरीक्षण टीम
इस जांच में शामिल अधिकारी और प्रतिनिधि –
- नगर स्वच्छता पदाधिकारी स्फूर दीप्ति
- टाउन प्लानर खुशबू वर्मा
- नगर परिषद अमीन विंध्याचल पटेल, मनोज चौरसिया
- वार्ड पार्षद लव कुमार
- लाभुक शोभा देवी
स्वच्छता पदाधिकारी के अनुसार –
“फिलहाल तीन लोग संदिग्ध हैं। कागजात की जांच के बाद प्रतिवेदन कार्यालय में जमा किया जाएगा।”
📊 आवास योजना का हाल
- नगर क्षेत्र में कुल 1360 लाभार्थी को योजना का लाभ दिया गया।
- सभी को प्रथम किस्त की राशि भेजी गई है।
- लेकिन तकनीकी गड़बड़ी के कारण कुछ लाभुकों के खाते में राशि नहीं पहुंच पाई।
💰 अवैध वसूली के आरोप
- पिछले दिनों से आवास योजना में अवैध वसूली का मामला गर्म है।
- सूत्रों के अनुसार ₹10,000 से ₹40,000 तक की वसूली की गई।
- कई लाभार्थियों को योजना का लाभ मिला है, जबकि –
- कुछ के पास पहले से पक्का घर है।
- कुछ के पास अपनी भूमि ही नहीं है।
👉 अगर जांच सही से हुई तो कई लाभार्थी और योजना से जुड़े कर्मी भी कार्रवाई की जद में आ सकते हैं।
🏛️ राजनीतिक मुद्दा
पूर्व में रामनगर विधायक भागीरथी देवी ने भी सदन में आवास योजना में हुई उगाही का मुद्दा उठाया था।
✅ निष्कर्ष
रामनगर नगर परिषद में प्रधानमंत्री आवास योजना के लाभार्थियों की जांच में गड़बड़ियां सामने आ रही हैं। संदिग्ध लाभुक, अवैध वसूली और तकनीकी गड़बड़ियों ने योजना की पारदर्शिता पर सवाल खड़े कर दिए हैं। जांच पूरी होने के बाद बड़े खुलासे हो सकते हैं।
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