इस साल गर्मी ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए है । जनता पर गर्मी की मार बहुत ज्यादा पड़ रही है। पारा 50 डिग्री के करीब पहुंच गया है
दिन के समय में घर से बाहर निकलना मुश्किल हो गया है अगर ऐसे ही तापमान में वृद्धि होती रही तो जीवन दुभर हो जायेगा।
हम लोगो ने जंगलों की अंधाधुन कटाई की है जिससे वन क्षेत्रों में कमी आई है जहां पर हरियाली नहीं होगी वहा पर तापमान ज्यादा होगा
अभी भी समय है हम लोग समय रहते सजग हो जाए तो हमारी आने वाली पीढ़ियां इस भीषण गर्मी के प्रकोप से बचे सकती है।
। तीसरे दिन भी ऐसा हुआ है। सूर्योदय होते ही आग उगलना शुरू होता है। सूर्योदय होने तक भी लू से राहत नहीं मिली। दिन भर बाजार और बस स्टैंड सन्नाटे में रहे
छत पर रखी पानी की टेंकियो में पानी उबल रहा है। वापिस सुबह तक पानी ठंडा नहीं हो रहा है।इंसान तो फिर भी अपने घरों में रहकर गर्मी से बचाव कर सकता है
दिन भर शहर आसमान से बरसती आग से जलता रहा। शाम पांच बजे लोग घर से निकलने लगे, क्योंकि सड़कें सूनी थीं। अस्पतालों में ओपीडी की संख्या बढ़ने की बजाय कम होने लगी है
राजस्थान के फलोदी में तापमान 50 डिग्री पार। लोगों का जीवन दुभर