HIJAB WOMAN IS FUTURE PRIMEMINISTER OF INDIA: ओवैसी का बेचकाना बयान एक दिन भारत की प्रधानमंत्री हिजाब पहनने वाली महिला होगी।

चुनावी दौर में हर नेता जनता को लुभाने में लगा हुआ है सभी लोग अपने अपने वोट बैंक को साध रहे है । कोई भी नेता बयान देने से नहीं चूक रहा है। ओवैसी ने भी एक बयान दिया जिसमे उन्होंने कहा की एक दिन ऐसा आएगा की भारत की प्रधानमंत्री एक हिजाब पहनने वाली महिला बनेगी।

लोकसभा चुनाव के चौथे चरण के लिए मतदान सोमवार को होगा। एआईएमआईएम चीफ और हैदराबाद से लोकसभा सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने मीडिया के साथ एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में कहा है कि एक दिन ऐसा आएगा जब हिजाब पहनने वाली कोई महिला भारत की प्रधानमंत्री बनेगी। इसके अलावा, इंटरव्यू में ओवैसी ने यूपी में पीडीएम के तहत चुनाव लड़ने पर भी बात की। उन्होंने कहा, ”यूपी में हम लोग पीडीएम का हिस्सा हैं, जोकि पिछड़ा, दलित और मुस्लिम है। इसका नेतृत्व अपना दल की पल्लवी पटेल कर रही हैं। वहीं, बिहार और झारखंड में हम लोग भी लड़ रहे हैं। झारखंड में दो सीटें लड़ेंगे। बिहार की किशनगंज सीट पर चुनाव हो चुके हैं और हमें भरोसा है कि बिहार के पार्टी अध्यक्ष चुनाव जीतेंगे। औरंगाबाद और हैदराबाद में 13 मई को वोटिंग होनी है और हम कॉन्फिडेंट हैं कि दोनों में जीत मिलेगी। पीडीएम और एआईएमआईएम कैंडिडेट्स की जीत हो, इसके लिए पूरी कोशिश कर रहे हैं।”

और क्या कहा ओवैसी ने


इंटरव्यू में ओवैसी ने कहा कि जमीन पर जो सुनने में आ रहा है लोग जाति, बेरोजगारी, महंगाई आदि पर वोट डाल रहे हैं। इंडी अलायंस मुस्लिमों को टिकट नहीं दे रही है। जैसे महाराष्ट्र में कुल 48 सीटें हैं, लेकिन एक मुस्लिम उम्मीदवार नहीं दिया गया है। इसी तरह राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, दिल्ली में भी किया गया है। इस तरह के कुल 10-11 राज्य हैं। अगर मुस्लिमों को टिकट नहीं दिया जाएगा तो लोकसभा में उनका प्रतिनिधित्व कम हो जाएगा। लोकसभा चुनाव के लिए पिछले साल कांग्रेस, सपा, आप समेत तमाम विपक्षी दलों ने इंडिया नामक गठबंधन बनाया था। हालांकि, इसमें ओवैसी की पार्टी हिस्सा नहीं है। इंडिया अलायंस के साथ गठबंधन नहीं करने के सवाल पर ओवैसी ने जवाब दिया कि हमारे महाराष्ट्र अध्यक्ष ने तीन बार एआईएमआईएम के इंडिया अलायंस का हिस्सा बनने संबंधी बयान दिया, लेकिन दूसरे पक्ष से जवाब नहीं आया। हमारे लिए यह दुनिया खत्म होने जैसा नहीं है।

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किसे से है ओवैसी से दिक्कत

एआईएमआईएम चीफ ओवैसी ने आगे कहा कि मीडिया और सेक्युलर पार्टियों के साथ दिक्कत यह है कि वे हिंदू केंद्रित हैं। कांग्रेस और बीजेपी के बीच 190 सीटें ऐसी हैं, जहां पर दोनों के बीच लड़ाई, लेकिन कांग्रेस सिर्फ 16 सीटें ही जीती है। हम वहां चुनाव नहीं लड़ रहे थे, लेकिन क्या मीडिया या ये दल बोल सकेंगे कि हम हिंदू वोटों की वजह से हार गए? वे ऐसा नहीं कहेंगे। जब ओवैसी जैसा आदमी या हमारी पार्टी कहती है कि हमें अपना शेयर चाहिए तो तुरंत कहा जाता है कि आप बीजेपी की मदद कर रहे हैं। उद्धव ठाकरे के साथ गठबंधन करते हैं और उन्हें सेक्युलर कहते हैं, क्योंकि आपको सूट करता है। आखिर उद्धव ठाकरे और शिवसेना सेक्युलर है? उद्धव विधानसभा में कहते हैं कि हमारे पार्टी कार्यकर्ताओं ने बाबरी मस्जिद ध्वस्त की, उस समय कांग्रेस, एनसीपी के नेता वहीं बैठे हुए थे। सवाल उनसे पूछे जाने चाहिए कि आप कैसे हार रहे हैं? छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और राजस्थान में कांग्रेस की हार हुई।

ओवैसी ने अखिलेश यादव को भी लिया आड़ हाथो

उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव की भी 2014, 2017, 2019 और 2022 कुल चार चुनावों में हार हुई, लेकिन किसी ने यह नहीं कहा कि आपकी वजह से बीजेपी जीत रही है। जब ओवैसी से सवाल किया गया कि पीएम मोदी अपने भाषणों में मुस्लिमों पर निशाना साधते हैं, तो उन्होंने जवाब दिया कि इससे मैं बिल्कुल भी आश्चर्यचकित नहीं हूं, क्योंकि यह उनका ओरिजनल डीएनए और भाषा है। वे मुस्लिमों से नफरत करते हैं। वह अपने वास्तविक एजेंडे पर चले गए हैं, जहां वे मुस्लिमों के खिलाफ बोल रहे और मुस्लिमों को घुसपैठिया बुला रहे हैं। वे चंद्रयान-3, जी-20, पांच ट्रिलियन इकॉनमी, विश्व गुरु, विकसित भारत आदि को भूल गए हैं। सबसे आखिरी में जब ओवैसी से सवाल किया गया कि भारत को मुस्लिम प्रधानमंत्री कब मिलेगा? तो उन्होंने जवाब दिया कि इंशाअल्लाह, यह हिजाब पहनने वाली और महान राष्ट्र का नेतृत्व करने वाली महिला के रूप में होगा। समय आएगा। हो सकता है कि मैं वह दिन देखने के लिए जीवित न रहूं लेकिन ऐसा होगा


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Subhash is a well-known writer. He belongs to Jodhpur. His articles keep appearing in newspapers and magazines every day. Along with this, he also works with many news websites. He has always been the voice of farmers and the poor. His articles are always worth reading for the common people.

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