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गर्मी में अगर आप को भी पसंद है तरबूज watermelon तो हो जाइए सावधान फायदे की जगह हो सकता है आपकी सेहत को नुकसान

watermelon

तरबूज watermelon का नाम आते ही मुंह में पानी आ जाता है गर्मियों मे आसानी से मिलने वाला फल है । और गर्मी से राहत भी देता है लेकिन आजकल राहत की जगह पर बीमारियां देनी शुरू कर दी है तरबूज ने। मार्केट में इंजेक्शन दिए हुवे तरबूज बिके है जिनसे आप के शरीर में बहुत सारी बीमारियों हो सकती है और इसके बहुत सारे मामले भी सामने आए है

तरबूज watermelon को गर्मियों में सबसे अच्छा फल माना जाता है। लेकिन तरबूज विक्रेता इन्हें लाल करने के लिए इंजेक्शन लगाते हैं। यह तरबूज आपके स्वास्थ्य के लिए बहुत खतरनाक है।

तरबूज खाने के चाहने वाले संभल जाएं। यह शौक आपकी सेहत को खराब कर सकता है। क्योंकि आजकल बाजार में जहरीले इंजेक्शन लगे तरबूज बहुत लोकप्रिय हैं। लाल और रसीला तरबूज स्वाद में अच्छा लगता है, लेकिन स्वास्थ्य के लिए घातक है। झालावाड़ जिले के अकलेरा थाना क्षेत्र के जमुनिया खुर्द गांव में बुधवार रात 16 लोगों ने तरबूज खा लिया, जिससे उनकी स्वास्थ्यस्थिति खराब हो गई।

कहा पर तरबूज खाने से हुई लोगो की तबियत खराब

सभी को अकलेरा के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उन्हें तरबूज खाने से खाना पॉइजनिंग की शिकायत हुई। गुरुवार को दस मरीजों की हालत ठीक होने पर उन्हें छुट्टी दी गई। लेकिन छह लोग अभी भी इलाज कर रहे हैं। गुरुवार को, सूचना पर फूड विभाग के अधिकारियों ने तरबूज विक्रेता के खिलाफ कार्रवाई की। सभी हालात अब सामान्य हैं, थानाधिकारी सहदेव सिंह ने बताया।

क्या खतरा है इंजेक्शन दिया गया तरबूज[watermelon]?

तरबूज को गर्मियों में सबसे अच्छा फल माना जाता है। लेकिन तरबूज विक्रेता इन्हें लाल करने के लिए इंजेक्शन लगाते हैं। यह तरबूज आपके स्वास्थ्य के लिए बहुत खतरनाक है। तरबूज को पकाने और लाल करने के लिए कैल्शियम कार्बाइड को लेड क्रोमेट, मेथनॉल यलो और सूडान रेड जैसे कृत्रिम रंगों के साथ मिलाया जाता है। यह तरबूज आपको फूड पॉइजनिंग कर सकता है। इसके अलावा किडनी और लीवर को भी चोट लग सकती है।

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इंजेक्शन लगे तरबूज की पहचान कैसे करें?

इंजेक्शन लगे तरबूज में अंदर की ओर छोटा सा छेद होता है, जिसे अधिकांश लोग प्राकृतिक मानते हैं। लेकिन इन निशानों का कारण इंजेक्शन हो सकता है। क्योंकि पके तरबूज में इस तरह का छेद नहीं होता है

तरबूज काटने के बाद एक टिशू पेपर उसके ऊपर रखकर थोड़ी देर बाद हटाएं। लाल रंग टिशू पेपर को बताता है कि तरबूज को केमिकल से पकाया गया है।

कैसे पकाया जाता है तरबूज इंजेक्शन से

केमिकल से पकाया गया तरबूज प्राकृतिक तरबूज से अधिक मीठा होता है। यदि आप तरबूज काटते समय अंदर से लाल होते हैं, लेकिन उसमें कम मिठास होती है, तो आपको केमिकल से पकाया गया है।

तरबूज का एक टुकड़ा काटकर एक पैन में पानी डालें। पानी का रंग बदलना एक संकेत है कि तरबूज में केमिकल मिल गया है।

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