भारत के किसानों के लिए खुशखबरी! मशहूर ट्रैक्टर निर्माता मैसी फर्ग्यूसन (Massey Ferguson) अब लेकर आया है अपना पहला इलेक्ट्रिक ट्रैक्टर, जिससे किसानों को डीजल के भारी खर्च से राहत मिलेगी। इस घोषणा के बाद से ही किसानों में उत्साह की लहर दौड़ गई है।
🔋 एक बार चार्ज करने पर कितना चलेगा?
जहाँ आमतौर पर इलेक्ट्रिक गाड़ियाँ किलोमीटर के हिसाब से चलती हैं, वहीं मैसी फर्ग्यूसन का नया इलेक्ट्रिक ट्रैक्टर घंटों के हिसाब से काम करेगा।
- फुल चार्ज पर: 7–8 घंटे तक खेतों में लगातार काम
- खेत की जुताई, गुड़ाई, निराई, ट्रॉली से सामान ढुलाई – सभी काम करने में सक्षम
⚡ चार्जिंग टाइम कितना लगेगा?
- 80% चार्ज: 5 घंटे
- 100% चार्ज: 6.5 घंटे
- ट्रैक्टर के साथ सुपरफास्ट चार्जर दिया जाएगा, जिससे किसान इसे घर या ट्यूबवेल पर आसानी से चार्ज कर पाएंगे।
🌾 किसानों के लिए फायदे
- डीजल का खर्च होगा शून्य
- खेती में लागत घटेगी, मुनाफा बढ़ेगा
- डीजल से होने वाले प्रदूषण में भारी कमी
- टिकाऊ और पर्यावरण-हितैषी खेती की दिशा में बड़ा कदम
🌍 टिकाऊ खेती की ओर एक कदम
जलवायु परिवर्तन और प्रदूषण को देखते हुए कृषि क्षेत्र में हरित तकनीक की माँग बढ़ रही है। मैसी फर्ग्यूसन का यह इलेक्ट्रिक ट्रैक्टर न सिर्फ किसानों की जेब बचाएगा, बल्कि कार्बन उत्सर्जन कम करने और स्वच्छ खेती की दिशा में भी क्रांतिकारी बदलाव लाएगा।
👉 यह ट्रैक्टर किसानों के लिए सस्ते, टिकाऊ और आधुनिक खेती का नया अध्याय खोल सकता है।
मैसी फर्ग्यूसन ट्रैक्टरों का विकास
1950 के दशक में अपनी स्थापना के बाद से ही कृषि नवाचार का पर्याय रहा मैसी फर्ग्यूसन, कृषि मशीनरी में तकनीकी प्रगति के मामले में हमेशा अग्रणी रहा है। शुरुआत में, मैसी फर्ग्यूसन के ट्रैक्टर पारंपरिक डीजल इंजनों से संचालित होते थे, जो जुताई, जुताई और ढुलाई जैसे भारी कामों के लिए आवश्यक हॉर्सपावर प्रदान करते थे। हालाँकि, जैसे-जैसे पर्यावरण के प्रति जागरूकता बढ़ी है, वैसे-वैसे हरित और अधिक टिकाऊ कृषि उपकरणों की माँग भी बढ़ी है। इलेक्ट्रिक ट्रैक्टर कृषि मशीनरी के विकास में अगले चरण का प्रतिनिधित्व करते हैं, और मैसी फर्ग्यूसन अपने इलेक्ट्रिक ट्रैक्टरों के साथ इस क्षेत्र में अग्रणी भूमिका निभा रहा है।
किसान अपने खेतों में काम के लिए लाखों रुपए का डीजल जला देते है जिससे किसान भाइयों के खेती में होने वाले मुनाफे में भी कमी होती है लेकिन इस ट्रैक्टर के आने के बाद अब किसान भाइयों के डीजल का खर्चा शून्य हो जाएगा और इसके अलावा डीजल से होने वाले प्रदूषण में भी कमी आएगी

