भारत और पाकिस्तान के बीच 2025 में हुए युद्ध के बाद भारत सरकार ने एक बड़ा और ऐतिहासिक कदम उठाते हुए इंडस वाटर ट्रीटी (Indus Water Treaty) को तत्काल प्रभाव से समाप्त कर दिया है। अब भारत ने इस समझौते को खत्म करने के बाद धरातल पर काम करना भी शुरू कर दिया है।
क्या किया भारत ने?
- भारत ने पाकिस्तान को कई बार चेतावनी दी थी कि वह अपनी हरकतों से बाज आए।
- लगातार उकसावे और सीमा पर गतिविधियों के चलते भारत ने इंडस और उसकी सहायक नदियों का पानी रोकने का निर्णय ले लिया।
- अब भारत इस पानी को रोककर अपने किसानों को उपलब्ध कराने की तैयारी कर रहा है।
पाकिस्तान के लिए क्यों जरूरी थी यह ट्रीटी?
- पाकिस्तान की कुल पानी की ज़रूरत का लगभग 70% हिस्सा इंडस और उसकी सहायक नदियों से पूरा होता है।
- यदि भारत पानी रोक देता है तो पाकिस्तान में कृषि व्यवस्था, पीने के पानी की आपूर्ति और उद्योगों पर सीधा असर पड़ेगा।
- पाकिस्तान पहले से ही आर्थिक संकट और भुखमरी से जूझ रहा है। ऐसे में पानी की कमी उसके लिए कोहराम मचा सकती है।
भारत क्या करने वाला है?
भारत ने निश्चय किया है कि अब इस पानी को अपने उपयोग में लाया जाएगा:
- इंडस और उसकी सहायक नदियों पर बड़े डैम बनाए जाएंगे।
- इससे राजस्थान, पंजाब और हरियाणा जैसे राज्यों के किसानों को भरपूर पानी उपलब्ध कराया जाएगा।
- खासकर राजस्थान के रेगिस्तानी क्षेत्रों में जहां नहरों तक समय पर पानी नहीं पहुंचता, वहां भी बड़ी राहत मिलेगी।
कितना बड़ा होगा डैम?
रिपोर्ट्स के मुताबिक भारत का यह प्रस्तावित डैम एशिया का सबसे बड़ा डैम होगा।
- इसके बन जाने के बाद पाकिस्तान की ओर जाने वाला पानी लगभग पूरी तरह रुक जाएगा।
- इससे भारत को कृषि उत्पादन और जल सुरक्षा में भारी फायदा होगा।
भारत आने वाले दिनों में इंडस और उसकी सहायक नदियों के पानी को रोकने और भारत के किसानों को उपलब्ध करवाने के लिए इन नदियों पर डैम बनाने वाला है । वैसे ही भारत के राजस्थान जैसे राज्यों में नहरों में पानी की आपूर्ति समय से नहीं हो पाती है । अब इस डैम से भारतीयों किसानों को भरपूर पानी की उपलब्धता होगी।