लोकसभा चुनाव के बाद मोबाइल बिल महंगे हो जाएंगे। टेलिकॉम कंपनियों ने टैरिफ में बढ़ोतरी की योजना बनाई है। शहरी और ग्रामीण दोनों जगह यह बढ़ोतरी देखने को मिलेगी। रिपोर्ट के अनुसार, पोस्टपेड के साथ प्रीपेड योजना में सुधार हुआ है। साथ ही इंटरनेट योजनाएं पहले से ही महंगी हो सकती हैं।
क्यों वृद्धि हो रही है?
रिपोर्ट के अनुसार, मोबाइल रिचार्ज में लगभग २५ फीसद की बढ़ोतरी होगी। Телеकॉम कंपनियां बताती हैं कि यह प्रति यूजर औसत रेवेन्यू (ARPU) को बढ़ाने के लिए किया जा रहा है। सारांश में, टैरिफ प्लान में वृद्धि हुई है क्योंकि प्रत्येक यूजर पर खर्च कम हो रहा है।
कितने रुपये की वृद्धि होगी?
का अनुमान है कि टैरिफ प्लान में 25 प्रतिशत का इजाफा हो सकता है। यही कारण है कि 200 रुपये का रिचार्ज 50 रुपये महंगा होगा। 500 रुपये का रिचार्ज भी 125 रुपये महंगा होगा। भारती एयरटेल के मूल्य में 29 रुपये का इजाफा होगा। साथ ही Jio Recharge का मूल्य 26 रुपये बढ़ सकता है। भारती एयरटेल का अक्टूबर-दिसंबर 2023 के दौरान 208 रुपये ARPU था, जबकि Jio का 181.7 रुपये ARPU था. वोडाफोन आइडिया (Vi) का ARPU 145 रुपये था। इस वर्ष के अंत तक एआरपीयू में १०-१५ प्रतिशत की बढ़ोतरी होगी। 2019 और 2023 के बीच, टेलिकॉम कंपनियों ने अपनी रेट्स को लगभग तीन गुना बढ़ा दिया है।
हाल ही में आप फ्री 5g का आनंद ले रहे थे, लेकिन अब यह भी होगा। लोकसभा चुनावों के बाद से सभी टेलीकॉम कंपनियां 5g के लिए भुगतान करना शुरू कर देंगे। 5g लगभग पूरे भारत में काम करने लगा है।
5 जी का चार्ज कितना होगा?
5 ग्राम में कंपनियां 4 ग्राम से 25 से 30 प्रतिशत अधिक चार्ज कर सकती हैं। 5 जी के लिए 4 जी का प्लान अभी काम कर रहा है। 5g अभी अनलिमिटेड है। लेकिन चुनावी परिणाम के बाद 5g का भी रिचार्ज प्लान होगा, इसलिए डाटा 5g में भी सीमित होगा।