भारत में लापता बांग्लादेशी सांसद अनवारुल अजीम अनार की हत्या कोलकाता में हुई। तीन लोगों को इस मामले में गिरफ्तार किया गया है। बुधवार को बांग्लादेश के गृह मंत्री असदुज्जमां खान ने इसकी घोषणा की। संवाददाताओं को बताया कि कोलकाता में एक फ्लैट में आवामी लीग के एक सांसद अनवारुल अजीम अनार की हत्या कर दी गई। अब तक की हमारी जानकारी के अनुसार, सभी हत्यारे बांग्लादेशी हैं। यह एक योजनाबद्ध हत्या थी।
मंत्री ने कहा कि तीन लोगों को बांग्लादेश पुलिस ने सांसद की हत्या में गिरफ्तार किया है। मंत्री ने कहा कि मामले में भारत की पुलिस सहयोग कर रही है। प्रधानमंत्री शेख हसीना ने सांसद की मौत पर दुख और हैरानी व्यक्त की है।
खबर के अनुसार, आवामी लीग के कालीगंज उपजिला इकाई के अध्यक्ष अनार, तीन बार के सांसद, 12 मई को इलाज के लिए भारत आए थे। 18 मई को उत्तर कोलकाता के बरानगर थाने में उनकी गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई गई। Anaar Jeniadh-4 संसदीय क्षेत्र से आवामी लीग के सांसद थे। इस बीच, दिल्ली स्थित बांग्लादेश दूतावास में बांग्लादेश के प्रेस मंत्री शाबान महमूद ने कहा कि भारतीय अधिकारियों से अधिक जानकारी की उम्मीद है क्योंकि भारत हमारा पुराना और भरोसेमंद मित्र देश है।
सीआईडी ने हत्या की पुष्टि की, लेकिन शव नहीं मिले
पश्चिम बंगाल पुलिस ने बांग्लादेश सरकार द्वारा आवामी लीग के सांसद मोहम्मद अनवारुल अजीम अनवर की निर्ममता से हत्या की घोषणा के कुछ घंटों बाद कहा कि मामले की जांच राज्य अपराध जांच विभाग (सीआईडी) को सौंप दी गई है। सीआईडी के आईजी अखिलेश चतुर्वेदी ने कहा कि पुलिस को पुख्ता जानकारी है कि अनवर की हत्या हुई है। उनका कहना था कि बांग्लादेशी सांसद का शव अभी बंगाल पुलिस ने नहीं बरामद किया है।
सांसद के कोलकाता आगमन का पता नहीं था।
चतुर्वेदी ने कहा कि हमें बांग्लादेशी सांसद (कोलकाता) के आगमन का पता नहीं था। 18 मई को सांसद गोपाल बिस्वास ने गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई, जिससे हमें पता चला कि वे कोलकाता में मौजूद थे। बैरकपुर पुलिस आयुक्तालय ने राजनेता को पकड़ने के लिए एक विशेष जांच दल बनाया। चतुर्वेदी ने कहा कि हम सिर्फ 20 मई को विदेश मंत्रालय से सूचना प्राप्त कर रहे थे और बुधवार को हमें पता चला कि सांसद की हत्या की गई हो सकती है। अनधिकृत स्रोतों ने बताया कि पुलिस ने मृतक के शव को स्थानांतरित करने की संभावित वजह भी जांच की।
बिहार में मिली अंतिम जगह
लापता सांसद का मोबाइल इससे पहले मुजफ्फरपुर में पाया गया था। मुजफ्फरपुर के एसएसपी राकेश कुमार ने इस मामले में कोई जानकारी नहीं दी है। उनका कहना था कि मुजफ्फरपुर पुलिस को बंगाल पुलिस, गृह मंत्रालय या बांग्लादेश के दूतावास ने इस बारे में कोई जानकारी नहीं दी है। मुजफ्फरपुर पुलिस ने भी उनके मोबाइल की लोकेशन की पुष्टि नहीं की है।