दार्जिलिंग (पश्चिम बंगाल) में हुए रेल दुर्घटना में मालगाड़ी ने पटरी पर खड़ी हुई कंचनजंगा एक्सप्रेस को पीछे से टक्कर मार दी। रॉय ने बताया कि घटना में पांच यात्री मर गए और लगभग २५-३० अन्य घायल हुए। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इसे एक “दुर्भाग्यपूर्ण दुर्घटना” बताया है।
मालगाड़ी की टक्कर से प. बंगाल में पटरी से उतरे कंचनजंगा एक्सप्रेस के डिब्बे, कई यात्री घायल
दार्जिलिंग (पश्चिम बंगाल) में एक मालगाड़ी ने कंचनजंगा एक्सप्रेस को टक्कर मार दी, जिसके परिणामस्वरूप ट्रेन के कई डिब्बे पटरी से उतर गए और कई लोग घायल हो गए। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि दार्जिलिंग के ज़िलाधिकारी, एसपी, डॉक्टर, ऐम्बुलेंस और आपदा राहत दल को स्थानांतरित किया गया है। समाचारों के अनुसार, कंचनजंगा एक्सप्रेस सियालदह की ओर जा रहा था।
पश्चिम बंगाल में एक भयानक ट्रेन दुर्घटना हुई है। यहां ट्रैक पर खड़ी कंचनगंगा एक्सप्रेस ट्रेन के पीछे से तेज गति से आ रही एक मालगाड़ी ने टक्कर मार दी, जिससे अबतक चार लोग मारे गए हैं। NJP से सियालदह जा रही कंचनजंगा एक्सप्रेस ने सिलीगुड़ी पार करने के बाद रंगपनीर स्टेशन के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गया है। इस दुर्घटना में ट्रेन के पीछे की तीन बोगियां बुरी तरह से घायल हो गईं। अबतक, हादसे में चार यात्रियों की मौत हुई है। रेलवे से मिली जानकारी के अनुसार, रंगापानी और निजबाड़ी के बीच कंचनजंगा एक्सप्रेस दुर्घटनाग्रस्त हो गया है।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस घटना पर ट्वीट किया है। ममता ने लिखा है कि मैं अभी दार्जिलिंग के फांसीदेवा क्षेत्र में हुई एक दुखद रेल दुर्घटना के बारे में जानकर स्तब्ध हूँ। समाचारों के अनुसार, कंचनजंगा एक्सप्रेस ने एक मालगाड़ी से टकरा गया है, हालांकि विवरण मिलना बाकी है। घटनास्थल पर डीएम, एसपी, डॉक्टर, एम्बुलेंस और आपदा टीमों को बचाव और चिकित्सा सहायता के लिए भेजा गया है। युद्धस्तर पर कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं।
किस मार्ग पर चल सकती है देश की पहली वंदे भारत स्लीपर ट्रेन और शुरू में कितनी रहेगी रफ्तार?
रेलवे बोर्ड के एक अधिकारी ने बताया है कि देश की पहली वंदे भारत स्लीपर ट्रेन दिसंबर 2024 या जनवरी 2025 में दिल्ली-कोलकाता या दिल्ली-मुंबई में से किसी एक मार्ग पर चलाई जा सकती है। अधिकारी के अनुसार, यह ट्रेन शुरुआत में 130 किलोमीटर/घंटा और फिर चरणबद्ध तरीके से 160-220 किलोमीटर/घंटा की रफ्तार से दौड़ेगी।